विचार: जगन्नाथ रथयात्रा श्रद्धालुओं की सेवा में तत्पर है रेलवे; पुरी जाने के लिए 1215 ट्रेन होंगी संचालित

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Jaganathpuri Rath Yatra: भारतीय रेल जगन्नाथपुरी रथयात्रा के लिए व्यापक तैयारी कर रही है, जो लाखों श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र है। ओडिशा में पिछले 11 वर्षों में रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर का अभूतपूर्व विकास हुआ है, जिसमें 12 गुना बजट वृद्धि और 2100 किमी नई पटरियां शामिल हैं। इस वर्ष रथयात्रा के लिए 1215 ट्रेनें संचालित होंगी। रेलवे तीर्थयात्रियों की सुविधा, सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित कर रहा है, जिसमें अतिरिक्त प्लेटफार्म, चिकित्सा, भोजन, पानी और उन्नत सुरक्षा उपाय शामिल हैं। रेलवे इंजीनियर रथों की आवाजाही में भी सहायता करते हैं। महाप्रभु की पावन नगरी मेंजगन्नाथपुरी रथयात्रा के लिए तैयार है। दुनिया भर से हर वर्ष आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए यह आस्था की अनोखी यात्रा है। तीर्थयात्रियों के सुखद अनुभव के लिए भारतीय रेल भी उनकी सेवा में तत्पर है।

 

 पिछले 11 वर्ष ओडिशा के रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास की दृष्टि से ऐतिहासिक रहे हैं।प्रधानमंत्री मोदी की 'पूर्वोदय नीति' के तहत ओडिशा को आवंटित रेल बजट में 2009-14 के वार्षिक औसत के मुकाबले 12 गुना उछाल देखने को मिली है। वर्ष 2025-26 में बजट का आंकड़ा 10,500 करोड़ रुपये से भी अधिक हो गया है। ओडिशा में 2014 से अब तक 2,100 किमी से अधिक नई पटरियां बिछाई जा चुकी हैं।यह मलेशिया के पूरे रेल नेटवर्क से भी अधिक है। ओडिशा में वर्तमान में 73,000 करोड़ रुपये की नई रेल लाइन परियोजनाएं चल रही हैं। 59 अमृत स्टेशन विकसित किए जा रहे हैं, जिनमें 'आकांक्षी' जिलों में 16 स्टेशन शामिल हैं। राज्य में संचालित छह वंदे भारत सेवाएं 17 जिलों को कवर कर रही हैं। ओडिशा में रेलवे का सबसे खास योगदान रथयात्रा के दौरान होता है। रेलवे हर साल इस दौरान लाखों तीर्थयात्रियों की सेवा का जिम्मा उठाता है। पिछले 11 वर्षों में रथयात्रा स्पेशल ट्रेनों की संख्या चार गुना बढ़ी है।

Source:jagran.com


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