
88 साल की उम्र में फ्रैंक कैप्रियो का निधन, जानिए क्यों कहे जाते थे अमेरिका के सबसे अच्छे जज
अमेरिका के सबसे अच्छे जज माने जाने वाले फ्रैंक कैप्रियो का 88 साल की उम्र में निधन हो गया। वह अग्नाशय के कैंसर से पीड़ित थे। कैप्रियो को उनके दयालु स्वभाव और करुणा भरे फैसलों के लिए हमेशा याद किया जाएगा। वे "कैच इन प्रोविडेंस" नामक रियलिटी शो के माध्यम से दुनिया भर में लोकप्रिय हुए, जिसमें उनके ट्रैफिक और छोटे-मोटे मामलों की सुनवाई के अनोखे अंदाज को दिखाया गया। कैप्रियो का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने एक बुजुर्ग व्यक्ति का ओवर स्पीड का चालान माफ कर दिया था। क्योंकि यह पहला मौका था, जब आरोपी बुजुर्ग ने तय सीमा से ज्यादा स्पीड के साथ कार चलाई थी।
पिछले सप्ताह, फ्रैंक कैप्रियो ने फेसबुक पर एक छोटा वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने बताया था कि कैसे उन्हें "एक झटका लगा", वे पुनः अस्पताल में भर्ती हुए और लोगों से अनुरोध किया कि "मुझे अपनी प्रार्थनाओं में याद रखें"। कैप्रियो का शो उनके कोर्टरूम में फिल्माया गया था और इसमें उनके लोक-प्रिय हास्य और करुणा को दर्शाया गया था। शो के क्लिप्स को सोशल मीडिया पर 1 अरब से ज्यादा बार देखा जा चुका है।
जज फ्रैंक कैप्रियो का जन्म 1936 में प्रोविडेंस, रोड आइलैंड में हुआ था। वे एक इटैलियन-अमेरिकन परिवार में पले-बढ़े और उन्होंने अपना अधिकांश जीवन प्रोविडेंस में बिताया। यहीं उन्होंने बाद में मुख्य नगरपालिका न्यायाधीश के रूप में कार्य किया। कैप्रियो साधारण पृष्ठभूमि से थे। वह तीन भाई-बहन थे। उनका बचपन प्रोविडेंस, रोड आइलैंड के फेडरल हिल इलाके में हुआ था। 'अमेरिका के सबसे अच्छे जज' के रूप में जाने जाने वाले कैप्रियो ने अपने सहानुभूतिपूर्ण अदालती आचरण, उदारता बरतने, व्यक्तिगत संघर्षों को सुनने और अक्सर छोटी-मोटी गड़बड़ियों को मानवतावादी दृष्टिकोण से खारिज करने के लिए व्यापक लोकप्रियता अर्जित की। उनकी गर्मजोशी और विनम्रता ने उन्हें यह उपाधि दिलाई।
कैप्रियो अपने शो कॉट इन प्रोविडेंस (2018-2020) के जरिए सोशल मीडिया पर लोकप्रिय हुए। इस शो में उन्होंने छोटी-मोटी गड़बड़ियों को भी शालीनता से संभाला। इस शो को कई डेटाइम एमी नामांकन मिले और इसके क्लिप टिकटॉक और यूट्यूब पर वायरल हुए। कैप्रियो ने 1985 से 2023 में अपने रिटायरमेंट तक (लगभघ 40 साल) प्रोविडेंस नगर न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य किया। उन्होंने 2017 में कहा था, "मुझे उम्मीद है कि लोग यह समझेंगे कि सरकारी संस्थाएं अपने विचार-विमर्श में दया, निष्पक्षता और करुणा का प्रयोग करके बहुत अच्छी तरह से काम कर सकती हैं। हम एक बहुत ही विवादास्पद समाज में रहते हैं।" उन्होंने आगे कहा, "मुझे उम्मीद है कि लोग यह देखेंगे कि हम बिना किसी दमन के न्याय कर सकते हैं।"
Source:indiatv.in