न्यूयॉर्क को मिल सकता है पहला मुस्लिम मेयर, 2 खेमों में बंटे शहर के यहूदी वोटर्स

अंतरराष्ट्रीय

न्यूयॉर्क: अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर की यहूदी बिरादरी मंगलवार को होने वाले चुनाव से पहले चिंता और तनाव से भरी हुई है। अमेरिका में सबसे बड़ी यहूदी आबादी वाले शहर को इस चुनाव में अपना पहला मुस्लिम मेयर मिल सकता है। मेयर पद के उम्मीदवार जोहरान ममदानी ने शहर से महंगाई और 'नफरत' दूर करने के वादे से कई प्रगतिशील यहूदी वोटरों को भी अपनी ओर खींचा है। लेकिन ममदानी द्वारा इजरायल की कड़ी आलोचना करने और गाजा में सैन्य कार्रवाई को नरसंहार बताने की वजह से तमाम यहूदी परेशान भी हैं। यह डर न्यूयॉर्क ही नहीं, पूरे अमेरिका के यहूदियों में है।

 

मैनहट्टन में स्थित अमेरिका की सबसे प्रसिद्ध रिफॉर्म सिनेगॉग में से एक सेंट्रल सिनेगॉग की रब्बी एंजेला बुकडाल ने शुक्रवार को ममदानी की इजरायल से जुड़ी बातों की आलोचना की, लेकिन उनके विरोधी एंड्र्यू कुओमो या रिपब्लिकन कर्टिस स्लिवा का समर्थन भी नहीं किया। उन्होंने न्यूयॉर्क के यहूदियों से राजनीतिक लड़ाई कम करने की अपील की। बुखदहाल ने कहा, 'यह हम सबको खतरे में डालता है। हम एक-दूसरे पर लिटमस टेस्ट थोप रहे हैं, या तो हमारे साथ हो या खिलाफ।' बुकडाल को एक हजार से ज्यादा यहूदी रब्बियों के उस बयान पर हस्ताक्षर न करने के कारण आलोचना झेलनी पड़ी जिसमें ममदानी की निंदा की गई थी।


बुकडाल ने कहा कि अपने सिद्धांत के कारण न तो वह उम्मीदवारों का समर्थन कर सकती हैं और न ही संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर। हालांकि चुनावों से ऐन पहले बुकडाल द्वारा इस तरह का बयान देना भी कई यहूदियों को रास नहीं आ रहा है। हालांकि उन्होंने कहा कि ममदानी ने सबसे घृणित यहूदी-विरोधी बातों को मुख्यधारा में लाने में योगदान दिया है। बुकडाल ने कहा कि ये न सिर्फ इजरायलियों को बदनाम करती हैं, बल्कि पुरानी यहूदी-विरोधी धारणा को दोहराती हैं कि दुनिया की समस्याओं की जड़ यहूदी हैं।


ममदानी ने पूरे अभियान में यहूदी वोटरों से संपर्क किया है और यहूदी-विरोधी घटनाओं की जांच के लिए फंडिंग बढ़ाने का वादा किया है। साथ ही उन्होंने मध्य पूर्व में हिंसा की निंदा करते हुए 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमलों को 'भयानक युद्ध अपराध' बताया है। लेकिन उन्होंने फिलिस्तीनी अधिकारों का समर्थन भी नहीं छोड़ा। उन्होंने कहा है कि अगर इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू न्यूयॉर्क आएं, तो अंतरराष्ट्रीय आपराधिक अदालत के वारंट पर पुलिस उन्हें गिरफ्तार करे। ममदानी ने 7 अक्टूबर को मारे गए एक इजरायली के भाई के हवाले से कहा, 'हमें कभी यह विश्वास नहीं छोड़ना चाहिए कि इजरायली और फिलिस्तीनी, यहूदी और अरब, सबकी जान कीमती है।'


Source:indiatv.in


Related News