जेडी वेंस की पत्नी के धर्म को लेकर छिड़ी बहस, क्या हिंदू फर्स्ट लेडी के लिए तैयार है अमेरिका?

अंतरराष्ट्रीय

अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस की पत्नी उषा वेंस के धर्म को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। उन्होंने पहले उम्मीद जताई कि एक दिन उनकी पत्नी भी ईसाई धर्म अपनाएंगी। हालांकि, विवाद बढ़ने पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा कि उषा का ऐसा कोई इरादा नहीं है। उषा वेंस हिंदू परिवार में पली-बढ़ी हैं और उन्होंने साल 2014 में जेडी वेंस से शादी की थी। यह शादी अमेरिका के एक मंदिर में हिंदू रीति-रिवाजों से हुई थी। हालांकि, कथित तौर पर शादी के दौरान पादरी भी मौजूद थे।

 

जेडी वेंस और उषा लॉ कॉलेज में मिले थे। यहीं से दोनों की जान-पहचान हुई और आगे चलकर दोनों शादी के बंधन में बंध गए। शादी के बाद ऊषा ने अपना सरनेम बदल लिया, लेकिन वह अभी भी हिंदू रिति-रिवाजों को मानती हैं। हालांकि, वेंस के राजनीति में आने के बाद उनकी इंटरफेथ मैरिज चर्चा में है। वेंस की छवि रूढ़िवादी ईसाई नेता की है। इसी वजह से उनकी इंटरफेथ मैरिज चर्चा में है।

 

2019 में कैथोलिक धर्म अपनाने वाले जेडी वेंस ने 29 अक्टूबर को मिसिसिपी में एक कार्यक्रम में कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि उनकी पत्नी ईसाई धर्म अपना लेंगी। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें उषा की आस्था से कोई 'समस्या' नहीं है, और ईश्वर कहते हैं कि हर किसी की अपनी स्वतंत्र इच्छा होती है। वेंस ने कहा था, "अब, ज्यादातर रविवार को, उषा मेरे साथ चर्च आएगी। जैसा कि मैंने उसे बताया है, और जैसा कि मैंने सार्वजनिक रूप से कहा है, और जैसा कि मैं अब अपने 10,000 करीबी दोस्तों के सामने कहूंगा कि मुझे उम्मीद है कि अंततः वह भी उसी चीज से प्रभावित होगी जिससे मैं चर्च में प्रभावित हुआ था। मैं सच में यही चाहता हूं, क्योंकि मैं ईसाई धर्म के गोस्पेल में विश्वास करता हूं और मैं आशा करता हूं कि अंततः मेरी पत्नी भी इसे उसी नजरिए से देखेगी।" 


वेंस की इस टिप्पणी की कई लोगों ने आलोचना की। वहीं, हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन ने अमेरिकी उपराष्ट्रपति से हिंदू धर्म से जुड़ने का आग्रह किया। फाउंडेशन ने एक एक्स पोस्ट में लिखा, "जेडी वेंस अगर आपकी पत्नी ने आपको अपने धर्म से फिर से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया है, तो क्यों न आप भी वैसा ही करें और हिंदू धर्म से जुड़ें?" इसमें लिखा था। "अगर आपने ऐसा किया है, तो आपको यह समझ आ जाएगा कि हिंदू धर्म में यह अपेक्षा नहीं की जाती कि आपका जीवनसाथी धर्म के मामले में आपकी तरह चीजों को देखे।"

 

Source:indiatv.in


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