स्कूल में नाबालिग छात्राओं से पैर दबवा रही थी शिक्षिका, वीडियो सामने आते ही हुई कार्रवाई
आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले में दो नाबालिग छात्राओं को अपने पैरों की मालिश करने के लिए मजबूर करने के गंभीर आरोप में एक सरकारी स्कूल की शिक्षिका को मंगलवार को निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई उस घटना का वीडियो सामने आने के बाद की गई, जिसने शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा दिया है।
यह पूरा मामला बंदापल्ली गांव के स्कूल का है। सामने आए वीडियो फुटेज में आरोपी शिक्षिका वाई. सुजाता को स्कूल परिसर में आराम की मुद्रा में अपने पैर फैलाते और फोन पर बात करते हुए देखा गया। इस दौरान, दो नाबालिग छात्राएं उनके पास बैठी थीं और उनकी पैर दबा रही थीं।
मामले का संज्ञान लेते हुए आंध्र प्रदेश सरकार ने शिक्षिका के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की है। एक अधिकारी की ओर से शेयर किए गए निलंबन आदेश में स्पष्ट रूप से कहा गया है, "उपलब्ध साक्ष्यों पर सावधानीपूर्वक विचार करने के बाद एलएफएल एचएम, जीटीडब्ल्यूएएच स्कूल बंदापल्ली की शिक्षिका वाई. सुजाता को निलंबित करना आवश्यक है। उन्होंने समय-समय पर सरकार द्वारा जारी निर्देशों का उल्लंघन किया है।"
एक अन्य खबर में, आंध्र प्रदेश के बापटला जिले के करलापलेम में एक कार और ट्रक की टक्कर में चार लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि यह हादसा रविवार देर रात लगभग 12:30 बजे हुआ, जब आठ लोगों के परिवार को ले जा रही कार ने ट्रक से निकलने की कोशिश की। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, "शादी समारोह से लौट रहे परिवार की कार कार्लापालेम में एक ट्रक से टकरा गई, जिससे चार लोगों की मौत हो गई। कार चालक वाहन पर नियंत्रण खो बैठा और अपनी लेन में वापस आने की कोशिश के दौरान ट्रक से टकरा गया।"
अधिकारी के मुताबिक, हादसे के शिकार लोगों को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने इनमें से चार को मृत घोषित कर दिया। पुलिस के अनुसार, ट्रक से आगे निकलने की कोशिश में कार चालक ने वाहन पर से नियंत्रण खो दिया और दूसरी लेन में चला गया। उसने बताया कि अपनी लेन में वापस आने की कोशिश के दौरान वह ट्रक से टकरा गया। पुलिस ने बताया कि हादसे के सिलसिले में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 106 (1) (लापरवाही से मौत का कारण बनना) और 125 (ए) (लापरवाही के कारण किसी को चोट पहुंचाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है। (इनपुट- भाषा)
Source:indiatv.in


